चांदीपुरा वायरस मुख्य रूप से बच्चों में फ्लू जैसे लक्षण और एन्सेफलाइटिस का कारण बनता है

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मस्तिष्क को क्षति पहुंचा रहा है ये संक्रमण 

इस संक्रमण के कारण मृत्यु दर 56 से 75 प्रतिशत तक देखी जाती रही है। 

कैसे रहें चांदीपुरा वायरस से सुरक्षित, प्रभावित क्षेत्रों में खेतों या झाड़ियों में जाने से बचें।

मच्छरों, टिक्स और मक्खियों से बचाव करें।

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एक्यूट इंसेफेलाइटिस हो सकती है जानलेवा संक्रमण के गंभीर मामलों में

तीव्र इन्सेफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) हो सकती है।

चांदीपुरा वायरस का बढ़ता खतरा गौरतलब है कि चांदीपुरा वायरस के संक्रमण

के कारण एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) का खतरा देखा जा रहा है,

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इस संक्रमण के घातक होने के पीछे एईएस को प्रमुख कारण माना जा रहा है।

मस्तिष्क में होने वाली सूजन की समस्या के कारण भ्रम, दौरे पड़ने, कमजोरी और संवेदना की हानि जैसे लक्षण हो सकते हैं

चांदीपुरा वायरस का संक्रमण चूंकि काफी दुर्लभ है इसलिए अभी तक इसका कोई उचित इलाज नहीं